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Monday, July 23, 2012

khaamoshi.


सूखे  हुए  अश्कों  की  भी  एक   दास्ताँ  होती  है 
बहते  हुए  पानी  से  ही  हर  कहानी  नहीं  बयान  होती 
कह  देते  है  कोई  बात  हँसकर अगर  हम  तुमसे 
तो  ये  ना समझो  की  दर्द  हुआ  hi नहीं 
ये  तो  आदत  है  अपनी  यूँ  छुपा   लेने  की 
की  रोते  हुए  दिल  से  भी  मुस्कराहट  पैदा  होती  है 
इन  खामोश अश्कों  की  कहानी  समझना   है  मुश्किल  
पर  ख्वाबों  की  ये  दुनिया  ही  कहाँ  आसाँ होती  है 
समझ  आ   जाए  कभी  तुमको  मेरी  ये  बातें 
तो  मुस्कुरा देना  मेरी  तरफ  देखकर   एक  बार 
कहते  हैं  मुस्कराहट  ही  दर्द  की  दवा  होती  है

                              (C) Deepanshu Pahuja

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